Елена Вирсаладзе «Грузинские народные предания и легенды»
Аннотация:
Первая широкая публикация грузинских преданий и легенд, со провождаемая фольклористическим предисловием и примечаниями. В сборник включены предания космогонического, этиологического и морально-дидактического характера, предания о строительстве крепостей, сел и храмов, о выдающихся исторических деятелях и народных героях. Сборник рассчитан на взрослого читателя.
В произведение входит: по порядкупо годупо рейтингу
|
||||
|
||||
|
||||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
||||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
||||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
||||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
||||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
||||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
||||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
||||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
||||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
||||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
||||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
||||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
||||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
||||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
||||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
||||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
||||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
||||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
|||
|
![]() |
страница всех изданий (1 шт.) >>
Отзывы читателей
Рейтинг отзыва
Написать отзыв: